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Joginder Singh
Poems
Nov 2024
मेहमान
बंदर के घर बंदर आया ,
आते ही उसने उत्पात मचाया ।
बंदरिया और बच्चे थे , डर गए।
वे चुपके से बिस्तर में घुस गए ।
मेहमान के जाने के बाद ,
किया सबने मेहमान को याद ।
सारे खिलखिला कर हँस पड़े ।
सूरज ने भी इसका आनंद उठाया ।
बंदर कवि खुद है जी!
Written by
Joginder Singh
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