हम लिखेंगे जरूर काल के फलक पर नित्य नूतन अनोखी पटकथाएं खुद को संकटों में आजमाने की !
हम पढ़ेंगे जरूर महाकाल की संवेदना में जीवित जन जन की व्यथित करतीं जिंदगी में लड़कर हार जाने की कथाएं।
हम करेंगे पहल और कोशिशें जरूर जीवन के विशाल पटल पर हारे हुए योद्धाओं ,लाचारों के दर्द को पढ़ पाने की, उनके मन से भार हटाने की । जीवन में आगे बढ़ पाने की ।
हम जानते हैं जीवन का यह सच कि अपना वज़न सभी उठाते हैं ! पर जो गैरों का वज़न उठा पाएं, वही जीवन की राह सुझाते हैं ! जीवन की गुत्थी समझ पाते हैं! जीवन में अपनी पहचान बनाते हैं! थके हारे में उत्साह भर, आगे बढ़ाते हैं।
फिर आप , वह और मैं इसी पल जीवन में कुछ सार्थक करने की, जीवन की मलिनता को साफ करने की, क़दम दर क़दम आगे बढ़ने की, लगातार कोशिशें क्यों नहीं करते ? जीवन के चौराहे पर असमंजस में हैं क्यों खड़े?
हम जानते हैं भली भांति , नहीं है भीतर कोई भ्रांति , हम लिखेंगे काल के फलक पर नित्य नूतन नवीन पटकथाएं ।
हम समझेंगे इसी जीवन में संघर्ष करते निर्बलों, शोषितो, वंचितों की व्यथाएं। हम बनना चाहते हैं सभी का सहारा, हम ज्ञान दान देकर, उनके भीतर आलोक जगाएंगे। उनको जीवन की सुंदरता का अहसास कराएंगे।
हम परस्पर सहयोग करते हुए, सब में उत्साह ,उमंग ,जोश भरते हुए, पूरे मनोयोग से जीवन पथ पर आगे बढ़ेंगे। कभी काली अंधेरी घटाओं से नहीं डरेंगे। साथी, हम मरते दम तक, करते रहेंगे संघर्ष, ताकि ढूंढ सकें कर्मठ रहकर, जीवन में उत्कर्ष सहर्ष !