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Nov 2024
बच्चे बहुत प्यारे होते हैं
खेल खेल में दिनचर्या दोहरा रहे होते हैं।

कभी गिरते हैं तो
माँ के  आंचल की गर्माहट ले फिसल जाते हैं।

कभी लड़ते झगड़ते हैं
तो दूसरे ही पल
दोस्तों से जा मिलते हैं
अपनी मुस्कुराहटों से हर पल निखरते हैं।
जीवन दर्शन के दर्शन इनके दर्शन में
झलकतें हैं

इनके बचपन के साथ हम  भी निरंतर संवरते हैं।
Written by
Vanita vats
43
   Aniruddha
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