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Nov 2024
हार की कगार पर
खड़े रहकर भी
जो जीत के स्वप्न ले!
ऐसा नेता
देश तुम्हें मिले !

हर पल सार्थकता से जुड़ा रहे,
ऐसा बंधु
सभी को मिले!
जिसकी उपस्थिति से
तन मन खिले!

०१/१२/२००८.
Written by
Joginder Singh
44
 
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