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Nov 2024
वह
यह सोचते हुए सोया
कि पता नहीं
कब इस जीवन में
वासना दहन होगा ?
होगा भी कि नहीं?

फिर वह कभी उठा ही नहीं।
जीवन में आगे बढ़ा भी नहीं।
दोस्त,
वासना जरूरी है,
इस बिन जीवन यात्रा अधूरी है।
Written by
Joginder Singh
42
 
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