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Nov 2024
अचानक
उसने सोचा था कि
उसने बड़े प्रयासों के बाद
भीतर व्यापे
भय को
बड़ी मुश्किल से
भगाया था।

पर
एक भूल से
वो लौट
आया था!

फिर उसने
बड़ी देर तक
उसे दर बदर कर
भटकाया था!!

भयभीत
भय पर
कैसे पाएं काबू?
यह सभी को जीवन
सिखाना चाहता है,
पर
कोई विरला ही,
भय के झूले में
झूल झूल कर
सोया आत्मविश्वास
जगा पाता है।
खोया आत्मविश्वास
ढूंढ़ पाता है।

यही हे जीवन की सीख ।
यह जीने से मिलती है,
भीख मांगने से नहीं।
जीवन चाहता है
हर कोई स्वयं को सही करे।
अपने अंतर्मन को शुद्ध करे।
Written by
Joginder Singh
39
   Aniruddha
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