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Nov 15
पास रोटी, कपड़ा और मकान है

वे कविताएँ लिखने और पढ़ने में मशगूल हैं।

उन्हें कहाँ फुर्सत है जिनके हाथ मिट्टी से सने हैं।
Written by
Vanita vats
51
   Aniruddha
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