तू जिंदगी की राह में राहत क्यों ढूंढता है? तुम्हें उतार चढ़ाव से भरी डगर पर चलना है। आखिरकार लक्ष्य हासिल कर मंज़िल तक पहुंचना है। सकारात्मक सोचना है। शोषण को भी रोकना है। सच से नाता जोड़ना है। निज अस्मिता को खोजना है। ताकि मिले खोई हुई पहचान, बना रहे जीवन में आत्मसम्मान।