आज कल इंसान होना बहुत मुश्किल है क्यों कि उसके सामने मुश्किलें बढ़ाने वाला कल है। सो, यदि इंसान कहलाना चाहते हो तो यह भी समझ लो, तेज भागते समय को अच्छे से समझ लो।
क्रोध करने से पहले आदमी के पास सच सुनने का जिगरा होना चाहिए और साथ ही उस के पास झूठ को झुठलाने का हुनर होना चाहिए।
कभी कभार दिल की जुस्तजू को पीछे रख खुद से गुफ्तगू करते हुए दिल को बहलाने का भी हुनर होना चाहिए। यदा कदा दिल बहलाते रहना चाहिए। उसे हल्के हल्के मुस्कराते रहना चाहिए।
अब तो मुस्करा प्यारे तुझे जीवन भर अपनों से सम्मान मिलेगा, जिससे स्वत: जीवन धारा में निखार दिखेगा। देश और समाज को स्वस्थ,साधन, सम्पन्न संसार मिलेगा। मुस्करा प्यारे मुस्करा। अपनी मंजिल की ओर कदम बढ़ा। १६/०७/२०२२