कम दाम में बादाम खाने हों तो बंदा चतुर होना चाहिए।
अधिक दाम दे कर धक्के खाने हों तो बंदा अति चतुर होना चाहिए।
एक बात कहूं बंदा,जो सुन ले, सभी की करे अपनी मर्ज़ी की । वह कतई न ढूंढना चाहे किसी में कोई भी कमी पेशी। ऐसा इन्सान न केवल सम्मान पाता है, सभी से हंसी-मजाक कर पाता है, बल्कि सभी की कसौटी पर खरा उतरता है। ऐसा शख्स आज़ाद परिंदे सरीखा होता है, जिससे दोस्ती का चाहवान हर कोई होता है। ऐसा आदमी न केवल भाई की कमी हरता है, बल्कि उसकी सोहबत से हर कोई खुशी वरता है। मित्र वर! एक पते की बात कहूं, वह शख्स मुझे तुम्हारे जैसा लगता है।
दोस्त, आज़ाद परिंदों की सोहबत कर ताकि मिट सकें बेवजह के डर । कतई न अपनी आज़ादी किसी आततायी के पास गिरवी रख , ताकि तुम अपनी मंजिल की तरफ़ बेख़ौफ़ सको बढ़ ।