प्यार के दो पहलू हैं। नजरिया अपना अपना है,नजरिया अपना अपना है। किसी ने प्यार को कमजोरी, तो किसी ने ताकत कहा है।। किसी ने कहा प्यार बंधन है, जिससे आप आगे नहीं जा सकते । तो किसी की नज़रो में प्यार वो बंधन है, जिससे आप कभी दूर जाना ही नहीं चाहते ।। प्यार तो प्यार है,वो चाहे माँ और पापा का हो,पति पत्नी या गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड का हो । कोई भी प्यार आपको कमजोर नहीं करता, बल्कि आपकी हर मुश्किल में आपका साथ देता है ।। प्यार का मतलब ये नहीं की उसे आपकी तारीफे चाहिए, आपके लाये हुए महंगे गिफ्ट चाहिए । सच्चा प्यार तो बस आपको, और आपके समय में हिस्सा मांगता है गिफ्ट तो वो खुद भी ले सकते है ।। प्यार कभी मतलबी नहीं होता की जब उसको आपकी जरूरत हो तब आप हो और जब आपको उसकी जरूरत हो तो वो नहीं हो । प्यार का मतलब ही सुख दुःख काम काज सभी में भागीदारी है, खुसी और दुःख दोनों में साथ देना होता है ।। प्यार कभी तुम्हारी हेल्प नहीं मांगता, प्यार सिर्फ विश्वास और तुम्हारा साथ मांगता है। प्यार सिर्फ I Love YOU कहने से नहीं होता, प्यार में तो I Love YOU की जगह ही नहीं है, क्यू की प्यार I से नहीं WE से होता है ।। प्यार कोई दवाब नहीं है जो मजबूरी में हो ये तो I से WE बनने का सफर है ।।