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Jan 2013
जाने क्यों तेरी यांदो ने फिर सताया मुझको
जाने क्यों ये माँ तेरी बहुत ,
याद आ रही है
तेरा वो मुस्काना ,गले से लगाना
तेरी हर मीठी बाते ,याद आ रही है
मेरा तुम से यूँ रूठना और तेरा मानना
हाथ सर पे रख बेटा बेटा बुलाना
संग तेरे खाना ,यूँ तेरा हाथो से खिलाना
तेरी हर मीठी बात याद आरही है
जाने क्यों मेरे आँखों के आंसू थमते नहीं अब
तेरी यादे इस कदर मुझको तरपा रही
ये माँ तेरी बहुत याद आ रही है
ये माँ तेरी बहुत याद आ रही है.......
Mann Choudhary
Written by
Mann Choudhary  Ranchi
(Ranchi)   
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