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Aug 2018
कल हो ना हो, कोई नहीं जानता
इसलिए दोस्तों अपने आज में जियो।
कल शायद मौत दस्तक देदे,
इसलिए आज को यादगार बनाते हुए जियो ।
कल शायद दिन देखने को ही ना मिले,
इसलिए आज को मुस्कुराते हुए जियो।
अरे छोड़ दो साथ दो पल के अपनों का,
बल्कि हमेशा साथ निभाने वालों के साथ जियो।

इस ज़िन्दगी को यारो खुल के जियो,
कल में नहीं आज में जियो।
जो पल है वो भी वक़्त के साथ गुजर जाएगा,
कल पछताना ना पड़े इसलिए इस पल में जियो।
ये वक़्त और अपने बहुत खूबसूरत हैं,
इस वक़्त की खूबसूरती भड़ाते हुए जियो।
अपनों के साथ हस्ते रहो,
और एक दूसरे में खुशियां बांटते हुए जियो।

पल भर की ज़िन्दगी में मत देखो ऊंचे सपने यारो,
पर हाँ, जितना है उसमें दिल खोल कर जियो।
नहीं संभालेगी कभी ये बदलती दुनिया तुम्हें,
पर तुम तो खुद को संभालते हुए जियो।
वक़्त आया, वक़्त रुका, वक़्त गया,
पर तुम तो इस वक़्त को समेटे हुए जियो।
ये वक़्त और अपने पलट कर नहीं आयेंगे,
इसलिए इस खूबसूरत वक़्त और अपनों को दिल में बसाते हुए जियो।

नहीं मिलेगी ये ज़िन्दगी दुबारा यारो,
इसलिए तुम अपनी ज़िन्दगी को हसीन बनाते हुए जियो।
रूठे को मानते हुए जियो,
रोते को हसाते हुए जियो,
हार को जीत बनाते हुए जियो,
सपनों को सच बनाते हुए जियो,
ज़िन्दगी की यादें समेटे हुए जियो,
पर याद रहे यारो, कल में नहीं अपने आज में जियो।
Riya jain
Written by
Riya jain  17/F
(17/F)   
272
 
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