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Apr 2016
श्याम तु सौंप दे

राधिका की सरल स्नेह न पा सकूँ
रुक्मिणी की नहि, कोई युक्ती कुरुँ
मुझ को मेरी परी श्याम तु सौंप दे
है राधिका वो मेरी, रुक्मिणी भी वही !!

जब भी वो हसी, राधिका सी लगी
की जो सृंगार वो, रुक्मिणी सी लगी
मेरी मीरा वही, मेरी संसार है !!

करदे मेरा उसे, उसको मेर बना
श्याम सूरज की हर सांस, है बस परी
मुझ को मेरी परी श्याम तु सौंप दे
है राधिका वो मेरी, रुक्मिणी भी वही !!

सूरज कुमर सिँह
31-03-2016
Today,
When I was bowing to Shyama for u mah love
some sacred utterance came in mah mind by which i made a acrostic for Us.
I wanted to be yours Chaliya.
You R mine
I am Yours , mah Love.
suraj kumar singh
Written by
suraj kumar singh  ODISHA
(ODISHA)   
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