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Akshay 'Amrit' Jun 2014
आदरणीय पापाजी और मम्मीजी,
आज आपकी शादी को 25 बरस हो गए।
पता ही नहीं चल रहा हमें,
कैसे हम इतने बड़े हो गए।

आपका आशीष सदा साथ रहा,
प्यार खूब मिला आपका।
समझ नहीं आता आखिर
कैसे करें शुक्रिया अदा आपका ?

संस्कार बहुत अच्छे दिए हमें,
शौक भी सारे पूरे किये आपने।
सफलता का मुकाम इसीलिए छू पाए हम
क्योंकि हमेशा साथ दिया आपने।

क्या माँगे अब रब से आपके लिए
जब सबकुछ आपने मेहनत से पा लिया।
एक-दूसरे के साथ से आपने
मानों आसमान को छू लिया।

ऐसे ही खुश रहें आप,
यही है रब से प्रार्थना हमारी।
कभी कोई तकलीफ़ न हो आपको,
यही है बस उम्मीद हमारी।

जैसे ये 25 साल बीते,
वैसे ही अगले 25 भी गुजरे।
हमेशा प्रेम बना रहे आपके बीच,
ऐसा ही आपका हरपल गुजरे।
Akshay 'Amrit' Jun 2014
"खुशबू को फूलों से चुराया नहीं जा सकता,
धड़कन को हमारे दिल से चुराया नहीं जा सकता,
यकीं मान ले कि हम दोनों एक ही हैं
इसलिए हमें इक-दूसरे से चुराया नहीं जा सकता।"
Akshay 'Amrit' Jun 2014
"लोग पूछते हैं सुख, संपत्ति, शांति क्या चाहिए ?
बंगला, गाड़ी या बैंक बैलेंस क्या चाहिए ?
आधी से ज्यादा जनता भूखी सोती है मेरे देश में
इसलिए मुझे तो बस उनके लिए 'दो जून' की रोटी चाहिए।"
Akshay 'Amrit' Jun 2014
"प्रकृति का नियम है कि सब कुछ चल रहा है,
सबकुछ प्रकृति के कारण ही सही हो रहा है।
उसके साथ गलत करोगे तो प्रकृति विक्राल रूप धरेगी,
करनी किसी की भी हो, ख़ामियाजा सारी जनता भरेगी।"
Akshay 'Amrit' Jun 2014
"मन को भा जाए, हर पल ऐसा नजारा क्यूँ नहीं होता ?
बुरे समय में लोगों का सहारा क्यूँ नहीं होता ?
राधा-कृष्ण, हीर-रांझा सबने प्रेम किया है फिर
हमारा इश्क दुनिया को गवारा क्यूँ नहीं होता ?"
Akshay 'Amrit' May 2014
"दुनिया को बड़ी ग़लतफ़हमी है कि प्यार सबसे बड़ा होता है,
उसे लगता है कि भरोसा प्यार से छोटा होता है,
मगर सच्चाई ये है कि जिससे प्यार होता है वही भरोसा तोड़ता है
और जिस पर भरोसा होता है उसी से सच्चा प्यार होता है।"
Akshay 'Amrit' May 2014
"एक अजीब लड़ाई छिड़ी है दूसरी आजादी की,
इसमें अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देंगे हम।
हमें कायर बुजदिल न समझो ऐ सियासत वालों,
इस बार घोषित तुम्हारी हार कर देंगे हम।
जीत जनता की ही होगी ये समझ लेना,
अबकी बार ये हुंकार भर देंगे हम।
कभी पैदा हुए थे शिवाजी और महाराणा प्रताप,
आज महाकाली का कपाल भर देंगे हम।"
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