तुझसे मोहब्बत का एहसास होता हैं
जैसे कि तू हर वक्त आसपास होता हैं
और कैसे कर दूं मोहब्बत अपनी शब्दों में बयां
कही हुई बात का कहां कुछ खास होता हैं।
पास होता हैं जैसे ये जहां सारा
तेरे होने से लगता हैं यह जहां प्यारा
जहां अपना तुझ पर लुटाके बर्बाद हो जाऊंगा
मोहब्बत की बंधन से आबाद हो जाऊंगा
कह दी जो मोहब्बत अपनी शब्दों में एक बार
शायद हां सुनकर आज़ाद हो जाऊंगा।
हो जाऊंगा पागल मैं तेरा होकर
तेरा होकर नहीं तो सब कुछ खोकर
खोकर सब कुछ भी तुझको ही चाहूंगा
हर जन्म तेरा रहूंगा तुझको ही पाऊंगा
चाहे टुकड़े हो जाए दिल के हजार भी
पर अपनी सारी मोहब्बत तुझ पर ही लुटाउंगा।
लूट जाऊंगा मगर तुझे ऐतबार तो हो
क्या कहना हैं कि एक बार इजहार तो हो
रोज मर रहा हूं तेरी यादों में मैं
काश तुझे भी एक बार मुझसे प्यार तो हो।
प्यार तो हो जाएगा सवाल दिल्लगी का हैं
तुझसे होने वाली इस बंदगी का हैं
और जब खुलेगी मेरी किताब कभी किसी महफिल में
सुनने में आएगा कि तू टुकड़ा मेरी जिंदगी का हैं।
जिंदगी में कहा कुछ खास होता हैं
जब तेरे सिवा हर कोई मेरे पास होता हैं
क्या कहती हो बता दूं क्या तुम्हे की
तुझसे मोहब्बत का एहसास होता हैं।