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Lucky bansal Feb 26
He's not just a man, he's so much more,
A kind heart, a loving soul, a gentle roar.
His smile lights up my day
His words, a gentle guide
In every laugh and story shared
My heart can't help but glide.
His smile lights up my day
His talks my guiding star
In him I have found my closest one
A love that's rare and one of a kind
His eyes hold dreams unspoken
A future bright and true
A comfort in the storm
Makes my world feel warm.
Lucky bansal Feb 18
तुम दूर हो, फिर भी करीब लगते हो,
हर ख्वाब में तुम ही बसते हो।

मेरे हर अल्फ़ाज़ में तुम्हारा नाम बसता है,
बस अब दिल की धड़कनों में तुम्हारा ही एहसास रहता है।

चाँदनी रातें तेरा ज़िक्र करती हैं,
तुम्हारी खुशबू हवाओं में बिखरती है।

हर सुबह तेरे ख़याल से शुरू होती है,
हर शाम यूँ ही तेरी याद में डूब जाती है।

तेरी यादों का सिलसिला कभी थमता नहीं,
ख़ामोश लम्हों में तेरा ज़िक्र कभी रुकता नहीं।

अब तुम्हारे बिना ये दुनिया अधूरी सी लगती है,
जैसे बारिश बिना बादल झूठी लगती है।
Lucky bansal Feb 17
तेरे आने की उम्मीद तो नहीं है पर,
कैसे कह दूं कि तेरा इंतज़ार नहीं है।
तुझे देखना तो बहुत शिद्दत से है,
मगर तू सामने आए तो तुझे देखना भी नहीं है।

तुझे नज़रों से गिराने का शौक़ तो नहीं,
पर तू गिरने के बाद भी कभी मन से उतरा नहीं है।
कैसे मान लूं कि मुझे पता है कि तू झूठ बोल रहा है सभी बातें,
मगर तेरा सच सुनना भी नहीं है।

तेरा वो नूर देखने को तरस तो गए हैं,
पर मेरा वो टूटा हुआ गुरूर याद करना भी नहीं है।
Lucky bansal Feb 16
भरोसा किसी पर अब करना नहीं,
हर दर्द को मुस्कान में भरना सही।
सोचों के भंवर में खुद को गिराना नहीं,
बस खुद के साथ ही सफर करना सही।

जो बीत गया, उसे भूल जाना,
दिल से हर बोझ को दूर भगाना।
खुद से प्यार, खुद को अपनाना,
हर घड़ी में खुशी का दीया जलाना।

दर्द की लहरों को पार किया,
अंधेरों से रौशनी का सार लिया।
अब न किसी का सहारा चाहिए,
अपने हौसलों से ही किनारा चाहिए।

सोच को रोक, बस जी लिया,
हर पल को जिया, हर क्षण को पिया।
खुद में बसा अब सारा जहाँ है,
मैं ही सबसे खुश, मैं ही मेरी शान है।
Lucky bansal Feb 14
तुम्हारा सब कुछ तो मैं ही थी ना,
फिर क्यों तुम और किसी को अपना मानने लगे हो?
सबसे सुंदर तुम्हारे लिए मैं ही थी ना,
फिर क्यों तुम और किसी की मुस्कान पर पिघलने लगे हो?
पहले तो मेरी ख़ामोशी भी समझ जाते थे,
फिर क्यों तुम और किसी की ख़ुशी की वजह बनने लगे हो?
जब थाम ही लिया था तुमने मेरा हाथ,
फिर क्यों तुम और किसी के इतने क़रीब होने लगे हो?
क्या सच में मेरा इतना प्यार काफ़ी नहीं था,
जो तुम और किसी के होने लगे हो?
Lucky bansal Feb 13
उसकी आँखों में एक नगीना है,
जैसे चाँदनी का हसीं आईना है।
हवा भी थम जाए उसके पहलू में,
साजिशें भी गुनगुना दें गीत बहारों में।
जो पलट कर देखे वो इक दफ़ा,
तो अपने सारे राज़, खुली किताब बना दूँ ज्यों सज़ा।

उसकी हँसी में जादू सा है,
हर दर्द का शायद कोई हल सा है।
मैं बिखर जाऊँ उसकी बाहों में,
या फिर खुद को समेट लूँ उसकी राहों में।

बस एक बार वो ठहर जाए,
मेरी खामोशियों को पढ़ जाए।
मैं कह न सकूँ जो जुबां से कभी,
वो उसकी आँखों में उतर जाए।
Lucky bansal Feb 12
Thousands of thundering storms
Trapped between my heart and mind,
Loud and fierce, causing harm,
In a struggle undefined.
Quiet whispers in the dark,
Echo through the tangled mess,
Heart and mind both leave their mark,
Lost within the storm's distress.
Waves of doubt and seas of fear,
Crash against my thoughts each day,
In this chaos, what is clear?
Truth and peace seem far away.
Yet within the stormy noise,
Glimmers of a calming light,
Hope and strength, my inner voice,
Guide me through the darkest night.
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