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घूमने फिरने के जमाने मे
एक ठहराव ढूँढ रही हूँ
महलों की ख्वाहिश नहीं है मुझे
जहाँ तू साथ हो ऐसा घर ढूंढ रही हूँ

सिर्फ तुझसे चीज़े लेने की चाह नहीं
कुछ तुझे देने की खुशी ढूँढ रही हूँ
साथ खुश हो मेरे तू हर पल
मैं तो एक ऐसा कल ढूँढ रही हूँ

सबूत नहीं मेरे प्यार का मेरे पास
जो तुझको मैं जवाब दे सकूँ
पर तु समझे मेरे प्यार को एक बार
मैं एक ऐसा पल ढूँढ रही हूँ
महलो की ख़्वाहिश नहि है मुझे
जहाँ तू साथ हो मैं तो ऐसा घर ढूँढ रही हूँ

— The End —