Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
Nandini yadav Aug 2020
सुनो,ज़रा ग़ौर से आज मेरी बात सुनना
मेरे जाने के बाद भी मुझे याद रखना।

मेरे जाने की रब से न तुम शिकायत करना
फ़िर पा सको मुझे बस यही दुआ करना
अपने लबों पर सदा मेरा नाम रखना
मेरे जाने के बाद भी मुझे याद रखना।

मुझसे जुदा होने का ग़म खुदसे दूर कर देना
अपने ज़ख्मों को मेरी यादों से भरना,और
मैं वँहा खुश रह सकूं इसलिए तुम यँहा खुश रहना
मेरे जाने के बाद भी मुझे याद रखना।

धूप की पहली किरण जब तुम्हें स्पर्श करें
तो मेरे होने का एहसास करना
गुस्सा आए मुझ पर कभी
तो इन बहती हवाओं के साथ झगड़ना
और मन करे मिलने का तो बस,
बस अपनी आंखें बंद करना
मेरे जाने के बाद भी मुझे याद रखना।

एक आख़री बार कुछ मांग लूँ तुमसे, दोगे न
तो मुझसे बिछड़ने के बाद न रो कर मुझे याद करना
मुझे देख के जैसे अभी हंसते हो
जाने के बाद भी वैसे ही हंसना
तुम्हे मालूम है न तुम्हे मुस्कुराते देखना पसंद है मुझे
तो अपनी मुस्कुराहट को यूँ ही बरक़रार रखना
मेरे जाने के बाद भी मुझे याद रखना
मेरे जाने के बाद भी मुझे याद रखना।।
Hello friends..This poem is about sacred bond or relationship.it signifies pure love.
For more poetries or videos subscribe my youtube channel
www.youtube.com/miniPOETRY

— The End —