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Aug 2020
तेरी सुन्दरता‌ लगता है
गहनो की मोहताज‌ नहीं
आंखों को देख तेरी‌ ना‌ आये
ऐसा‌ दुनियां का कोई ख्वाब नहीं
देख तेरा लिबास ना‌ डोले
ऐसा मजबूत मेरा इमान नहीं
अगर मिली किसी दिन यों ही
भूल ना जाऊं खुद को कहीं

होंठ तेरे गुलाब जैसे
मेरे सीने में दफन सुंदर अरमानों जैसे
लगे देख तेरी जुल्फें ऐसे
कोई जलजला मेरे दिल में आयेगा जैसे
अगर कहीं डूबने लग जाऊं‌ इस जलजले में
पुकार लेना एक बार नाम मेरा तेरे होंठो से
तैर लूंगा मैं भी जलजलें में तिनकों के जैसे
तिनकों की इस संगत में
भूल ना जाऊं खुद को कहीं
Mohan Jaipuri
Written by
Mohan Jaipuri  60/M/India
(60/M/India)   
  45
   Nidhi Jaiswal
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