तुम मुझे।।। देखो उसी तरह मेरी आंखोंमें तुम खूद को पाओगी जैसे की जल परी ।।।
मैं तुम्हे ढूंढ रहा हुँ धुंध भरी रातों में अब भी वहीँ उसी जगह जँहा रोज़ मिला करते थे।।। और प्यार भरी निगाहों में शामिल ए इक़रार।।। खोये खोये एक दूजें में ज़माने से दूर ।।। केवल दिल ही दिल में रहा करते थे।।।