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Mohan Jaipuri Sep 2020
जैसी आए
उसी में मौज मनाएं
यह जिंदगी है
इससे ना कतराएं
लालसाओं को
सीमा में बांधे
नेकी से
कर्तव्य साधें
Mohan Jaipuri Sep 2020
Laziness and laxity
are a grave for
for a living person
where no body
offers floral tribute
and no body is
willing to contribute
Mohan Jaipuri Sep 2020
जिंदगी एक किताब है
पढ़ाने जिसको शिक्षक आते अनेक
मां,बहन, बीवी और बेटी जैसा
उनमें से होता ना एक
ममता,स्नेह,प्यार और आदर
देने में करती हैं ये अतिरेक
पर स्वाध्याय ही अंतिम विकल्प है
अगर करवाना है अभिषेक।।
It is teachers day in India today.
Feeling blessed having teacher like Sh. jamanadharji kala at upper primary level . I owe a lot to him. Sadar naman.
Mohan Jaipuri Sep 2020
आधुनिकता ने हमको
कहां से कहां पहुंचाया
       अब उषा दस्तक देती नहीं
       अलार्म से उठते हैं
       संध्या में ईश्वर स्तुति
       के बजाय कई सवाल
       लेकर सोते हैं
       जो नींद की मधुरता में
       विष घोलते हैं
इस बेबस जीवन में
कोई रस नहीं पाया
       कभी मौसम देखा नहीं
       मात्र समाचारों में सुना
       ख्वाबों को जिया नहीं
       बस नित एक नया बुना
       आराम के नाम पर कभी
       बस बीमारी को भुनाया
इतना होने पर भी इस जीवन क्रम
का कभी मंथन नहीं कर पाया
       कितनी ही बार अपनों की
       यादों में लिपटा
       हर बार किसी मजबूरी ने
       मारा मुझ पर झपटा
होटों तक आते-आते
दर्द फिर से हार गया।।
Mohan Jaipuri Sep 2020
नशा कहां पीने में है
मयखाने तो नैनों में है
मस्ती तो‌ सीने में है
तपिश याद‌‌ संजोने में है
मुंह से कह‌ देने से तो बस
पल-छिन पल- छिन
कट जाती है
पर वह बात कहां होती है
जो‌ बिन‌‌ कहे‌ हो जाती है।।
Mohan Jaipuri Sep 2020
सबसे बड़े दीन हैं वो जो
- कमाते हैं पर वक्त पर उनको रोटी नहीं
- परिवार वाले हैं पर वे सुनते नहीं
- रात में भी सो सकते नहीं
- सच्चे हैं पर उनकी कोई सुनता नहीं
सबसे बड़े धनवान वो हैं जो
- रोटी के लिए ही कमाते हैं
- परिवार के संग जीवन बिताते हैं
- स्वाभाविक गहरी नींद सोते हैं
- सांच झूठ से इत्तर व्यवहारिक होते हैं
Lessons of life
Mohan Jaipuri Sep 2020
जन्म मिलता है किस्मत से
किसी को झोंपड़ी,
किसी को महल
तो किसी को खुला आसमां
जाने का ठिकाना एक है जिसमें
लुप्त हो जाता है सारा जहां
जीओ इसी सत्य की‌ नींव पर
अन्त अलग- अलग‌ है कहां।।
RIP Pranav Mukherjee, Former President of Of India. Who died on 31st Aug 2020
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